
पाकिस्तान में बलूचिस्तान के खुजदार ज़िले में बुधवार को हुए स्कूल बस हमले, जिसमें 3 बच्चों समेत 5 लोगों की मौत हो गई, उस पर पाकिस्तानी सेना द्वारा भारत पर लगाए गए आरोपों को भारत ने सख्ती से नकार दिया है।
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भारत ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा:
“भारत खुजदार में स्कूल बस हमले में संलिप्तता के आरोपों को सिरे से खारिज करता है। यह पूरी तरह बेबुनियाद और निराधार हैं।“
“भारत ऐसी सभी घटनाओं में निर्दोष लोगों की मौत पर गहरा शोक प्रकट करता है। पाकिस्तान की ये आदत बन चुकी है कि वह हर आतंरिक विफलता का ठीकरा भारत के सिर फोड़ता है।”
पाकिस्तान ने बिना सबूत लगाए आरोप
पाकिस्तानी सेना और मीडिया ने इस हमले के तुरंत बाद भारत पर आरोप लगाने में देर नहीं की।
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दावा किया गया कि भारत ने हमला करवाया।
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कोई सबूत नहीं प्रस्तुत किया गया।
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यह बयान पाकिस्तान की पुरानी रणनीति का हिस्सा लगता है — “भारत को हर समस्या का कारण बताना।”
हमला क्या था?
स्थान: खुजदार ज़िला, बलूचिस्तान
तारीख: बुधवार सुबह
लक्ष्य: स्कूली बच्चों से भरी बस
नुकसान:
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3 बच्चों समेत 5 की मौत
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24 से ज्यादा घायल
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बस के पास खड़ी कार भी क्षतिग्रस्त
स्थानीय पुलिस का शक: धमाका बस के पास खड़े एक वाहन में प्लांट किए गए विस्फोटक से हुआ। अभी तक किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
पाकिस्तान क्यों करता है ऐसे आरोप?
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भीतर की विफलताओं से ध्यान हटाना
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बलूचिस्तान में चरमपंथ और अलगाववाद तेजी से बढ़ रहा है, जिसे रोक पाने में पाकिस्तान असफल रहा है।
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भारत-विरोधी नैरेटिव गढ़कर आम जनता को गुमराह करने की कोशिश।
पाकिस्तान में आतंरिक अस्थिरता का कारण खुद उसकी नीतियां हैं, लेकिन आरोप भारत पर लगाना एक राजनीतिक कवच बन चुका है।
भारत की ओर से स्पष्ट है कि वह न केवल सुरक्षित पड़ोसी की भूमिका में रहना चाहता है, बल्कि ऐसे आरोपों को तथ्यों और संवेदनशीलता से जवाब देता है।
सवाल ये नहीं कि पाकिस्तान ने आरोप क्यों लगाए, सवाल ये है कि हर बार झूठ की पटरी आखिर कितनी दूर तक जाएगी?